You are here

ममता के बंगाल में लालबत्ती के लिए लड़ रहे हैं दो मौलाना

दो दिन पहले मौलाना साहब मीडिया से कह रहे थे उन्हें लालबत्ती लगाने की इजाज़त ब्रिटिश राज में मिली थी और उनसे ममता बनर्जी ने खुद कहा है वो पश्चिम बंगाल में लालबत्ती लगाकर घूम सकते हैं।

दिलचस्प ख़बरें देश 

दो दिन पहले मौलाना साहब मीडिया से कह रहे थे उन्हें लालबत्ती लगाने की इजाज़त ब्रिटिश राज में मिली थी और उनसे ममता बनर्जी ने खुद कहा है वो पश्चिम बंगाल में लालबत्ती लगाकर घूम सकते हैं।

ममता बनर्जी के पश्चिम बंगाल में लालबत्ती की लड़ाई तेज़ हो गई है। कोलकाता के टीपू सुल्तान मस्जिद के शाही इमाम मौलाना नूर उर रहमान बरकती को अपनी कार से लालबत्ती हटानी पड़ी । दो दिन पहले तक बरकती बड़ी बड़ी बातें कर रहे थे। वो मीडिया से कह रहे थे उन्हें लालबत्ती लगाने की इजाज़त ब्रिटिश राज में मिली थी और उनसे ममता बनर्जी ने खुद कहा है वो पश्चिम बंगाल में लालबत्ती लगाकर घूम सकते हैं।

लेकिन अब मौलाना साहब का मन बदल गया और उन्होंने कहा “मैं शाही इमाम हूं। कानून का पालन करूंगा।” मोदी सरकार ने पूरे देश में एक मई से लालबत्ती पर रोक लगा दी है। लेकिन बंगाल में मौलाना बरकती और ममता सरकार के मंत्री मौलाना सिद्दीकुल्ला चौधरी अपना अलग राग अलाप रहे थे। 10 मई को कोलकाता पुलिस ने मौलाना बरकती के खिलाफ एक शिकायत दर्ज कर ली। इसके बाद शाही इमाम का जोश ठंडा हो गया और उन्होंने चुपचाप लालबत्ती हटा दी।

लेकिन ममता सरकार में लाइब्रेरी मंत्री मौलाना सिद्दीकुल्ला चौधरी ने शाही इमाम के खिलाफ प्रेस कांफ्रेसं कर दी। इस प्रेस कांफ्रेंस में मंत्री लालबत्ती वाली कार में ही आए थे और कहा, “शाही इमाम को लालबत्ती लगाने की क्या ज़रूरत है।  शाही इमाम की गाड़ी में लालबत्ती लगाना इस्लाम के खिलाफ है।” जब ये बात मौलाना बरकती ने सुनी तो बेहद नाराज़ हो गए। उनके समर्थक ममता के मंत्री के खिलाफ नारे लगाने लगे। मौलाना बरकती ने कह दिया “मंत्री सिद्दिकुल्ला आरएसएस का एजेंट है। सिद्दीकुल्ला पहले अपनी गाड़ी से लालबत्ती हटाए। वो सीधे ममता बनर्जी से बात करेंगे।” सिद्दीकुल्ला से पूछा गया, वो लालबत्ती कब हटाएंगे, तो मंत्री ने कहा, वो तो मंत्री हैं, लालबत्ती लगाते रहेंगे। दरअसल ममता बनर्जी की सरकार ने लालबत्ती को भी एक मुद्दा बना दिया है। ममता सरकार ने मोदी सरकार को चिट्ठी लिखी है और लालबत्ती हटाने के फैसले को एकतरफा बता दिया है। इसे राज्य के मामले में हस्तक्षेप बताया गया है। इसलिए बंगाल में अब भी ममता के कुछ मंत्री लालबत्ती लगी कार में आपको दिख जाएंगे। बस मौलना बरकती की कार में अब लालबत्ती नहीं दिखेगी, भले ही वो इसके लिए ममता बनर्जी से कितनी भी पैरवी कर लें।

Tagged :

Related posts

Leave a Comment