मोदी राज में जो ‘AK47’ थे वो अब चीफ इलेक्शन कमिश्नर बने
1975 में 22 साल की उम्र में अचल कुमार आईएएस बने थे।
1975 में 22 साल की उम्र में अचल कुमार आईएएस बने थे।
गुजरात कैडर के आईएसएस जालंधर के रहने वाले अचल कुमार ज्योति देश के नए चीफ इलेक्शन कमिश्नर होंगे। 1975 में 22 साल की उम्र में अचल कुमार आईएएस बने थे। जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो ज्योति उनके करीबी अफसर माने जाते थे। वो 2013 में गुजरात के चीफ सेक्रेटरी पद से रिटायर हुए। इसके बाद उन्हें राज्य का विजिलेंस कमिश्नर बनाया गया और फिर 13 मई, 2015 को वो इलेक्शन कमिश्नर बने।
ज्योति 1999 में कांडला पोर्ट ट्रस्ट के चेयरमैन रहे। 2004 में उन्हें सरदार सरोवर नर्मदा निगम लिमिटेड का मैनेजिंग डायरेक्टर बनाया गया था। गुजरात में रेवेन्यु, इंडस्ट्री और वॉटर सप्लाई डिपार्टमेंट में सेक्रेटरी रहे।
कभी मोदी के खास अफसर थे ज्योति
जब नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री थे तब उन्होंने स्वर्णिम गुजरात अभियान चलाया था। इस दौरान ज्योति ने गुजरात के गांवों में काम किया था। उस वक्त अचल कुमार को मोदी का एके-47 कहा जाता था। अचल(A) कुमार(K) के पहले दो अक्षर से एके नाम बना था। ज्योति अगले साल 23 जनवरी को 65 साल के हो जाएंगे।इसलिए उनका कार्यकाल सिर्फ 6 महीने का ही रहेगा।