You are here

वो सीक्रेट वजह जो कुलभूषण जाधव को मौत की सजा से बचाएगी

पाकिस्तान में खबर फैली है कि एक आईएसआई एजेंट को भारत ने पकड़ लिया है और इस एजेंट के जरिए भारत पाकिस्तान को पर्दाफाश करने की कोशिश करेगा।

kulbhushan jadhav verdict बड़ी ख़बरें 

पाकिस्तान में खबर फैली है कि एक आईएसआई एजेंट को भारत ने पकड़ लिया है और इस एजेंट के जरिए भारत पाकिस्तान को पर्दाफाश करने की कोशिश करेगा।

पाकिस्तान से आनन-फानन में कुलभूषण जाधव को मौत की सजा क्यों सुनी दी, इसकी वजह जानने के लिए पाकिस्तान से मिले सुराग को जोड़ने होंगे । पाकिस्तान में खबर फैली है कि एक आईएसआई एजेंट को भारत ने पकड़ लिया है और इस एजेंट के जरिए भारत पाकिस्तान को पर्दाफाश करने की कोशिश करेगा। पाकिस्तान की आर्मी का अफसर लेफ्टिनेंट कर्नल हबीब ज़हीर अचानक नेपाल के लुंबीनी शहर से लापता बताया जाता है। पाकिस्तान से मिली जानकारी के मुताबिक पाकिस्तानी आर्मी का वरिष्ठ अफसर हबीब ज़हीर खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए काम करता था। वो आईएसआई के गुप्त मिशन पर ही नेपाल आया था। लेकिन उसके बाद पाकिस्तान वापस नहीं लौटा। पाकिस्तान की आर्मी से रिटायरमेंट लेने के बाद लेफ्टिनेंट कर्नल मोहम्मद हबीब ज़हीर आईएसआई के लिए काम करने लगा था। इसी एजेंसी के एक खुफिया मिशन पर उसे नेपाल भेजा गया था। पाकिस्तान के लाहौर शहर से हबीब नेपाल आया लेकिन  अब पाकिस्तान की आईएसआई भी नहीं जानती वो कहां है। आखिरी बार हबीब ने लाहौर में रहनेवाले अपने परिवारवालों से बात करते हुए कहा था कि वो लुंबिनी शहर की तरफ जा रहा है, जहां उसकी मुलाकात एक जावेद भाई से होने वाली थी। आर्मी के इस रिटायर्ड अफसर को 31 मार्च को ही आईएसआई से मुल्क से बाहर सफर करने का नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट मिला था। उसके नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट पर आईएसआई के अफसर लेफ्टिनेंट कर्नल आतिफ अनवर डार के दस्तखत थे। लेकिन इसके बाद उसका गायब होना आईएसआई के लिए परेशानी का सबब बन गया। खबर है कि ज़हीर हबीब ही वो अफसर है जिसने ईरान में काम कर रहे कुलभूषण जाधव को किडनैप करवाया और फिर पाकिस्तान लेकर आया। अब पाकिस्तान को इस बात का डर है कि भारत बदला ले सकता है। अपने इसी डर की वजह से पाकिस्तान ने बिना सबूत, बिना गवाही, बिना काउंसलर मीटिंग का मौका दिए कुलभूषण जाधव को मौत की सजा सुना दी। दरअसल पाकिस्तान ने हबीब को एक और सीक्रेट मिशन पर नेपाल भेजा था। वो एयर अरबिया की फ्लाइट से 6 अप्रैल को काठमाडूं आया। पाकिस्तान में हबीब का परिवार ये कह रहा है कि वो नौकरी के इंटरव्यू के सिलसिले में नेपाल गया था और बीच रास्ते उसका अपहरण कर लिया गया। 6 अप्रैल को ही उसने अपने परिवार से आखिरी बार बात की थी। हबीब ज़हीर के बेटे साद हबीब ने रावलपिंडी के रावत थाने में एक गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई है, इस रिपोर्ट में कहा गया है कि हबीब ज़हीर यूएन की एक एजेंसी से नौकरी मिलने की उम्मीद में नेपाल पहुंचा था। नौकरी की बातचीत इंटरनेट चैट के जरिए हुई थी। इस वक्त हबीब फैसलाबाद में काम करता था। लेकिन पाकिस्तान से खबर मिली है कि फैसलाबाद में काम करने की बात सिर्फ दिखावा है, हबीब आईएसआई के लिए काम करता था और मिशन पर ही नेपाल गया था। अब पाकिस्तान कह रही है कि हबीब को एक जाल में फंसाया गया और अब वो दुश्मन देश की खुफिया एजेंसी के पास है। ऐसा लगता है आने वाले कुछ हफ्तों में कुलभूषण जाधव और हबीब ज़हीर दोनों के केस आपस में जुड़ेंगे। पाकिस्तान कोशिश करेगा कि हबीब घर लौट जाए और भारत कोशिश करेगा की कुलभूषण की जान बची रहे। फिलहाल एक बात तय है कि पाकिस्तान की सरकार और पाकिस्तान की आर्मी कितना भी दावा कर ले, वो कुलभूषण की जान नहीं ले सकती। कुलभूषण को मिली सजा सिर्फ दवाब बनाने का तरीका ही लगता है जिसके जरिए पाकिस्तान एक सीक्रेट डील करना चाहता है।

Tagged :

Related posts

Leave a Comment