तीसरे और निर्णायक टी20 मैच से पहले चहल ने हवा में दी इस कीवी खिलाड़ी को मात
युजवेंद्र चहल जूनियर स्तर पर चेस में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
युजवेंद्र चहल जूनियर स्तर पर चेस में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
टीम इंडिया के स्पिन गेंदबाज युजवेंद्र चहल ने राजकोट के मैदान में टीम इंडिया को मिली हार का बदला हवा में अपने ढंग से लिया।दरअसल, राजकोट में दूसरा टी-20 खेलने के बाद दोनों टीमों के खिलाड़ी प्लेन से तिरुवनंतपुरम रवाना हो रहे थे।कीवी क्रिकेटर ईश सोढ़ी ने बगल में बैठे जूनियर चेस चैम्पियन रह चुके युजवेंद्र चहल को शतरंज खेलने की चुनौती दे दी।
पहले मैच में चहल ने बाजी मारते हुए ईश सोढ़ी को चेकमेट कर मुकाबला जीत लिया। सोढ़ी ने एक बार फिर चहल को मैच खेलने की चुनौती दी लेकिन इस मुकाबले का भी परिणाम पहले मुकाबले जैसा रहा। जिसके बाद होटल पहुँच कर सोढ़ी ने एक बार फिर चहल को मैच खेलने की चुनौती दी और चहल ने एक बार फिर मैच जीत लिया।
मैच जीतने के बाद चहल ने ट्वीटर पर फोटो पोस्ट करते हुए कहा- ‘हार्डलक ब्रदर।’
Hard luck my brother 😋 @ish_sodhi #betterlucknexttime😂 pic.twitter.com/XzimLDwKT3
— Yuzvendra Chahal (@yuzi_chahal) November 5, 2017
जिसका जवाब देते हुए सोढी ने कहा- ‘रीमैच फिर शुरू हो चुका है। मानना पड़ेगा आप चेस में चैम्पियन हो। ‘
Rematch has already happend… fair to say, chess champion for a reason 😂😂 @yuzi_chahal #toogood pic.twitter.com/8cHxbFoXGy
— Ish Sodhi (@ish_sodhi) November 5, 2017
2-0 brother 😂😂
— Yuzvendra Chahal (@yuzi_chahal) November 5, 2017
दोनों मैचों में मुंह की खाने के बाद सोढी ने होटल पहुँच कर चहल को तीसरी बार चैलेंज किया । सोढी ने ट्वीट किया, ‘तीसरी बाजी के लिए तैयार चहल भाई, जल्दी आओ’।
Ready for round 3 @yuzi_chahal bhai! Jaaldi aajo! #INDvsNZ pic.twitter.com/19hoOxGWpF
— Ish Sodhi (@ish_sodhi) November 6, 2017
जूनियर चेस चैम्पियन रह चुके चहल
युजवेंद्र चहल जूनियर स्तर पर चेस में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। वे अंडर-12 में नेशनल चेस चैंपियन रहे। उन्होंने कोझिकोड में एशियन यूथ चैंपियनशिप में हिस्सा लिया था और यूनान में वर्ल्ड यूथ शतरंज चैंपियनशिप में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया था।लेकिन फंड और स्पॉन्सरों की कमी होने कारण चहल को शतरंज छोड़ना पड़ा।उस वक्त हर साल चहल को 50 लाख रुपयों की जरूरत थी। लेकिन कोई स्पॉन्सर न मिलने के कारण उन्होंने चेस छोड़ क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया।