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जेडीयू अध्यक्ष पद से हटाए गए नीतीश,कार्रवाई के लिए अनुशासनात्मक समिति का गठन

जनता दल यूनाइटेड(जदयू) के शरद यादव गुट ने गुजरात से विधायक छोटू भाई वसावा को पार्टी का कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित कर दिया है।बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी अध्यक्ष पद से हटा कर वसावा को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है। हाल ही में गुजरात से राज्य सभा की 3 सीटों पर हुए चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार अहमद पटेल की जीत में वसावा के वोट का अहम योगदान था।

इतना ही नहीं, शरद गुट ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ कार्रवाई के लिए एक अनुशासनात्मक समिति का भी गठन किया है।पार्टी के उपाध्यक्ष के. राजशेखरन की अध्यक्षता में हुई कार्यकारिणी की बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खेमे द्वारा महागठबंधन तोड़कर बीजेपी के साथ गठजोड़ करने सहित अन्य फैसलों को भी रद्द कर दिया गया।इसके अलावा हाल ही में नीतीश खेमे द्वारा जेडीयू पदाधिकारियों को पार्टी से निकालने के फैसले को भी निष्प्रभावी घोषित कर हटाए गए प्रदेश अध्यक्षों और अन्य पदाधिकारियों को उनके पद पर बहाल कर दिया। 

जदयू से निकाल दिए गए शरद गुट के नेता अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि कार्यकारिणी में पारित एक अन्य प्रस्ताव में संगठन की चुनाव प्रक्रिया को अगले 6 महीने में पूरा करने का फैसला किया गया। इसके लिए कार्यकारी अध्यक्ष वसावा से अगले साल मार्च तक संगठनात्मक चुनाव संपन्न कराने को कहा गया है।श्रीवास्तव ने बैठक में पार्टी की दिल्ली और उत्तर प्रदेश सहित 19 राज्य इकाईयों के अध्यक्षों और अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों के हिस्सा लेने का दावा करते हुए शरद गुट को ही असली जेडीयू बताया। शरद गुट के नेता ने बताया कि आगामी 8 अक्टूबर को दिल्ली में जेडीयू की राष्ट्रीय परिषद की बैठक बुलाई गई है।

गौरतलब है कि केंद्र में सत्तारूढ़ राजग में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के शामिल होने का विरोध पार्टी के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव की अगुवाई वाला गुट लगातार कर रहा है। शरद यादव बार बार बोल  रहे है  कि वे असली  पार्टी का प्रतिनिधित्व करते हैं और राष्ट्रीय परिषद के ज्यादातर सदस्य उनके साथ हैं।

लेकिन जदयू के बागी नेता शरद यादव के ‘असली’ जदयू होने के दावे को बड़ा तब झटका लगा जब चुनाव आयोग ने शरद यादव गुट की याचिका खारिज कर दी थी । इस संबंध में चुनाव आयोग ने कहा था कि शरद यादव अपने दावे के पक्ष में कागजात या दस्तावेज उपलब्ध नहीं करा सके।लेकिन कार्यकारिणी की बैठक के बाद लग रहा है कि चुनाव आयोग से मिले झटके के बाद भी शरद यादव गुट जनता दल (यूनाटेड) और उसके चुनाव चिह्न पर दावा छोड़ने के तैयार नहीं हैं।उम्मीद है दिल्ली में पार्टी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद शरद यादव गुट नए सिरे से चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाएगा।

बैठक में शरद यादव के अलावा पूर्व मंत्री रमई राम, राज्य सभा सदस्य अली अनवर, पूर्व सांसद अर्जुन राय, पूर्व विधान पार्षद विजय वर्मा, पूर्व विधायक परवीन अमानुल्ला, सरोज बच्चन और उदय मांझी भी मौजूद थे।

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