You are here

योगी के शहर में 30 मौत का जिम्मेदार कौन?

खबर है कि अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई बंद हो गई थी, इसलिए बच्चों की सांस रुक गई।

30 children die in Gorakhpur hospital in a span of 48 hours उत्तर प्रदेश की बड़ी ख़बरें राज्य समाचार 

खबर है कि अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई बंद हो गई थी, इसलिए बच्चों की सांस रुक गई।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अपने शहर गोरखपुर के सबसे बड़े अस्पताल बाबा राघव दास यानि BRD मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में बहुत बड़ी लापरवाही हुई । इस लापरवाही ने 48 घंटों में 30 बच्चों की जान ले ली। खबर है कि अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई बंद हो गई थी, इसलिए बच्चों की सांस रुक गई। अस्पताल ये मानता है कि पिछले 5 दिन 60 लोगों की मौत हुई है। इस अस्पताल का दौरा 9 अगस्त को योगी ने किया था और 11 अगस्त को दर्दनाक खबर आ गई। सरकार इस खबर को दबाने की पूरी कोशिश कर रही है।

5 दिन में 60 मौत को इन्सेफलाइटिस से जोड़ा जा रहा है। लेकिन हकीकत ये है कि इंसेफलाइटिस के मरीज अस्पताल में भर्ती थे। इसे दिमागी बुखार भी कहा जाता है। वास्तव में ये वायरल इन्फेक्शन है। गोरखपुर और आसपास के इलाकों में यह समस्या लंबे समय से है। बच्चे इसके ज्यादा शिकार होते हैं। इन बीमार बच्चों को ऑक्सीजन नहीं मिल पाई। क्योंकि, इसे सप्लाई करने वाली कंपनी को करीब 83 लाख रुपए का भुगतान नहीं किया गया था। इसलिए, उसने लिक्विड ऑक्सीजन की सप्लाई बंद कर दी। आनन फानन में ऑक्सीजन सिलेंडर लाने के लिए अस्पताल प्रशासन भागा लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।


मेडिकल कालेज की रिपोर्ट भी कहती है कि 10 अगस्त को शाम 7:30 बजे लिक्विड ऑक्सीजन सप्लाई में प्रेशर कम हुआ तो रिजर्व में रखे 52 सिलेंडर लगाए गए थे। सप्लाई करने वाली एजेंसी से जब जिले के डीएम ने पूछा तो उसने कहा रकम सरकार से भेजी तो गई थी लेकिन खाते मे जमा नहीं हुई इसलिए सप्लाई बंद हुई।

Tagged :

Related posts

Leave a Comment