बाबरी केस में चौंकाने वाला मोड़, अब शिया वक्फ बोर्ड की एंट्री
शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिज़वी ने कहा कि यह मस्जिद बाबर ने नहीं, मीर बाकी ने बनवाई थी ।
शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिज़वी ने कहा कि यह मस्जिद बाबर ने नहीं, मीर बाकी ने बनवाई थी ।
बाबरी मस्जिद मामले में ऐसा मोड़ आने वाला है जिसका अंदाज़ा नहीं था। अब तक सुन्नी वक्फ बोर्ड दावा पेश करता था लेकिन अब उस दावे के खिलाफ शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने नया दावा पेश किया है । शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिज़वी ने कहा कि यह मस्जिद बाबर ने नहीं, मीर बाकी ने बनवाई थी इसलिए दावा गलत है। शिया वक्फ बोर्ड का कहना है कि बाबर कभी अयोध्या आया नहीं, बाबरनामा में अयोध्या का जिक्र भी नहीं है इसलिए सुन्नी वक्फ बोर्ड का दावा गलत है।
दरअसल 1946 में सुन्नी वक्फ बोर्ड के पक्ष में फैसलाआया था। लेकिन पहले इस मस्जिद के मुत्तवल्ली सिर्फ शिया ही हुआ करते थे, लेकिन बाद में आपसी बातचीत के बाद यह मस्जिद सुन्नी वक्फ बोर्ड को दे दी गई थी। इसमें एक मुकदमा साल 1944 में शिया वक्फ बोर्ड ने सुन्नी वक्फ बोर्ड के खिलाफ दर्ज कराया गया, जिसको 1946 में पैरवी न करने के चलते सुन्नी वक्फ बोर्ड के पक्ष में सुनाया गया था।
अब शिया वक्फ बोर्ड फिर से इस मुकदमे को लड़ना चाहता है। शिया वक्फ बोर्ड अब सुप्रीम कोर्ट में दावा पेश करेगा।