मुंबई की चैंपियन टीम के खिलाड़ियों की बातें ज़रूर पढ़ें
कप्तान रोहित शर्मा: जब आखिरी तीन ओवर बचे थे मुझे अपने गेंदबाजों पर भरोसा था। उन्होंने कई बार ऐसे हालत में हमें जिताया है । मैंने उन्हें पूरी आजादी दी। मैंने कहा, आप जैसी फील्ड चाहते हो वैसी फील्ड सेट करो। मैंने ने सिर्फ इतना कहा जब हम 105 रन बनाकर कोलकाता नाइटराइडर्स से जीत सकते हैं तो ये मैच भी जीत सकते हैं और गेंदबाजों ने अपना काम बखूबी कर दिखाया।
मिचेल जॉनसन (आखिरी ओवर पर)— आखिरी ओवर में मेरा गेमप्लान एकदम साफ था। मैं बहुत ज्यादा नहीं सोच रहा था, बस अपनी लाइन लेंथ पर ध्यान दे रहा था। मैं बस इतना चाहता था कि कोई भी बल्लेबाज लेग साइड में ना मारे। मेरी किस्मत अच्छी थी कि स्मिथ ने ऑफ साइड में शॉट खेला और आउट हो गए। मैं जानता था कि स्मिथ का ऑफ साइड उतना मजबूत नहीं है।
सचिन तेंदुलकर(टीम के मेंटर)—ज़बरदस्त। अद्भुत। अविश्वनीय। बैटिंग करते वक्त हम अच्छा नहीं खेले। लेकिन हमें खुद पर भरोसा था। दवाब में टीम ने जबरदस्त गेंदबाजी की और बहुत फिल्डिंग भूी हुई।
जसप्रीत बुमरा (धोनी को आउट करने वाले)— हम शुरू से ही करीब आठ गेंद पीछे थे। हमें हमेशा लगा कि आठ गेंद पहले फैसला हो जाएगा। लेकिन जिस तरीके से मिचेल जॉनसन ने आखिरी ओवर में गेंजबाजी की वो शानदार थी।
कृणाल पांड्या– जब विकेट गिर रहे थे मैं आखिरी गेंद तक टिके रहना चाहता था। मैं जानता था कि अगर मैं आखिर तक खेला तो जीत सकते हैं। उस वक्त सिर्फ मैं ही बैट्समैन था, मेरे साथ गेंदबाज बैटिंग कर रहे थे। मैं 20 ओवर तक खेलना करना चाहता था।
केरॉन पोलार्ड— हमारी टीम कई बार इस तरह मैच जीती है। आज भी वही हुआ। लेकिन मैं कृणाल को शुक्रिया कहना चाहूंगा जिसने जबरदस्त बैंटिग की और हमें मैच जितवाया।
अंबति रायडू –— मैं बैंटिंग में कुछ खास नहीं कर पाया। लेकिन मुझे स्मिथ का कैच हमेशा याद रहेगा। हैदराबाद का मैदान मेरा होम ग्राउंड है। लेकिन ऐसी पिच पहले नहीं देखी।