चुनाव आयोग का खुला चैलेंज, ये रहा ईवीएम, इसे फर्जी साबित करके दिखाओ
इस महीने के आखिर में सभी प्रमुख पार्टी के नेताओं के सामने ईवीएम मशीन रखी जाएगी और नेताओं से कहा जाएगा कि वो साबित करें कि ईवीएम फर्जी है।
इस महीने के आखिर में सभी प्रमुख पार्टी के नेताओं के सामने ईवीएम मशीन रखी जाएगी और नेताओं से कहा जाएगा कि वो साबित करें कि ईवीएम फर्जी है।
चुनाव आयोग ने 12 मई को सभी पार्टी की मीटिंग बुलाई है। इस बार चुनाव आयोग ईवीएम पर उठे हर सवाल का जवाब सबूत के साथ देना चाहता है । आयोग अब देश के सभी नेताओं को खुला चैलेंज देगा कि वो ईवीएम को हैक कर सकें तो करके दिखाएं। इस महीने के आखिर में सभी प्रमुख पार्टी के नेताओं के सामने ईवीएम मशीन रखी जाएगी और नेताओं से कहा जाएगा कि वो साबित करें कि ईवीएम फर्जी है। पहले नेता ईवीएम की जांच करेंगे अगर नेता अपने आरोप साबित नहीं कर पाए तो हैकर्स को भी मौका दिया जाएगा। देश के कई नामी हैकर्स को भी चैलेंज दिया जाएगा कि वो ईवीएम को फर्जी साबित करके दिखाएं। ऐसे में सबसे दिलचस्प दृश्य तब होगा जब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सामने ईवीएम मशीन होगी और चुनाव आयोग कहेगा, केजरीवाल साहेब आपने कहा था आप ईवीएम को फर्जी साबित करके दिखाएंगे तो अब दिखाइए। देखते हैं केजरीवाल क्या करते हैं और क्या कहते हैं। उत्तर प्रदेश चुनाव के बाद ज्यादातर विपक्षी पार्टियों ने ईवीएम पर सवाल उठाए थे। राष्ट्रपति तक से शिकायत की गई थी। केजरीवाल से लेकर मायावती तक का आरोप है कि बटन दबाने पर वोट बीजेपी को चला जाता है। इसी महीने इवीएम के टेस्ट से दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।