कुलभूषण की मां और पत्नी से मुलाकात कई सवाल खड़े करती है
कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान में कथित जासूसी के आरोप में फांसी की सजा सुनाई गई है लेकिन यह मामला इंटरनेशनल कोर्ट में चल रहा है।
कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान में कथित जासूसी के आरोप में फांसी की सजा सुनाई गई है लेकिन यह मामला इंटरनेशनल कोर्ट में चल रहा है।
लंबी जद्दोजहद के बाद पाकिस्तान ने आज दुनिया को दिखाने के लिए कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी से मुलाकात तो करा दी । कहने को तो ये मुलाकात 40 मिनट लंबी थी लेकिन यह मुलाकात ऐसी थी जिसमे ना तो मां अपने बेटे को गले लगा पाई और ना ही एक पत्नी अपने पति को छू पाई । मुलाकात के दौरान कुलभूषण और उसके परिवार के बीच कांच की एक मोटी दीवार थी । कुलभूषण ने अपनी मां और पत्नी से इंटरकोम फोन के जरिए बातें की । पाकिस्तान ने अपने अमानवीय व्यावार से इस मुलाकत को एक तमाशे और अपने प्रोपेगंडा में तब्दील कर दिया। यह भेंट एक वीडियो कांफ्रेंसिंग से ज्यादा और कुछ नहीं रही।
इस मुलाकात के बाद पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की ओर से एक प्रेस कान्फ्रेंस की गई, जिसमें कुलभूषण जाधव की एक वीडियो दिखाई गई। इस वीडियो में जाधव कथित तौर पर पाकिस्तानी सरकार का शुक्रिया अदा करते दिखाई दे रहे हैं। ये वीडियो भी पहले आए कई वीडियो की तरह फर्जी लग रहा है । जानकारों का कहना है कि यह वीडियो बहुत पहले शूट किया गया है लेकिन पाकिस्तान उसे आज का वीडियो बता रहा है।
इस मुलाकात को लेकर पाकिस्तान ने एक शानदार स्क्रिट तैयार की लेकिन इस स्क्रिट ने कई सवाल भी उठाए है ।
- जाधव के सिर और गले पर चोट जैसे निशान : वीडियो में कुलभूषण जाधव के गले और सिर पर चोट जैसे कुछ निशान दिख रहे हैं । इस इससे से साफ़ पता चलता है की पाकिस्तान उनका टॉर्चर कर रहा है ।
- कुर्सी पर ही बैठे दिखे जाधव: मुलाकात के दौरान जाधव एक कुर्सी पर ही बैठे दिखे । ऐसे में यह सवाल लाज़मी है की जाधव वे चलने-फिरने में सक्षम हैं या नहीं?
- 47 के जाधव 70 के दिख रहे है : कुलभूषण 47 वर्ष के है लेकिन तस्वीर में वे 70 वर्ष के लग रहे है । तस्वीर में उनका चेहरा सूजा हुआ दिख रहा है। इस बात से साफ़ होता है उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से भी प्रताड़ित किया जा रहा है। कई जानकार यह भी प्रश्न कर रहे है की दिखाया गया व्यक्ति उनका डमी तो नहीं था ।
- भारतीय उच्चायोग को रखा गया मुलाकात से दूर : मुलाकात के दौरान कुलभूषण और उनके मां-पत्नी के बीच शीशे की दीवार होने के साथ साथ एक और शीशे की दीवार के बाद भारतीय उच्चायोग को रहने को कहा गया ताकि वे उन तीनो की बातचीत न सुन सके ।
- सिर्फ फोन स्पीकर के जरिए करनी थी बात : तस्वीर में साफ़ साफ़ देखा जा सकता है की कुलभूषण और उनकी मां-पत्नी को दिए फ़ोन रिसीवर के उपर टेप लगा दी गई है और बातचीत स्पीकर ऑन करके की जा रही है ।