भाजपा को सबसे ज्यादा चंदा मिल रहा है, जानें कैसे?
सरकार ने 20,000 रुपए से ज्यादा चंदा देने की सूरत में नाम बताने की शर्त रखी है। लेकिन अब भी करोड़ो रुपए का चंदा 20,000 रुपए से कम करके ही दिखाया जा रहा है।
सरकार ने 20,000 रुपए से ज्यादा चंदा देने की सूरत में नाम बताने की शर्त रखी है। लेकिन अब भी करोड़ो रुपए का चंदा 20,000 रुपए से कम करके ही दिखाया जा रहा है।
केंद्र और तेरह राज्यों में सरकार चला रही भाजपा चंदा पाने में भी सबसे आगे है। पूरे देश में सियासी पार्टी को जितने चंदे मिले हैं उसमें से आधे से ज्यादा चंदा भाजपा के खाते में गया है । ये आंकड़ा 2015-16 का है जब पार्टियों ने अपने चंदे घोषित किए। कुल 1033 करोड़ रुपए का चंदा राजनितिक दलों को मिला जिसमें से आधे से ज्यादा 571 करोड़ रुपया भाजपा के खाते में गया। कांग्रेस को 262 करोड़ रुपए का चंदा मिला। सीपीएम को 107 करोड़ रुपए का डोनेशन मिला। बहुजन समाजवादी पार्टी को 47 करोड़, ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस को 35 करोड़, एनसीपी को 9 करोड़ और सीपीआई को दो करोड़ रुपए चंदा दिया गया।
एक और चौंकाने वाली बात पता चली है। सरकार ने 20,000 रुपए से ज्यादा चंदा देने की सूरत में नाम बताने की शर्त रखी है। लेकिन अब भी करोड़ो रुपए का चंदा 20,000 रुपए से कम करके ही दिखाया जा रहा है। एडीआर की रिपोर्ट कहती है कि सभी पार्टियों को 88 फीसदी चंदा ऐसा मिला है जिन लोगों का नाम नहीं लिखा है, यानि करोड़ों रुपए इस तरह मिले जैसे लोगों ने 20000 रुपए के कैश देते देते करोड़ों दान कर दिया। अब ऐसा हो नहीं सकता, इसलिए जांच तो होनी चाहिए। लेकिन जांच करेगा कौन क्योंकि मामला सियासी है।