क्या बाबा रहीम नपुंसक है? राम रहीम पर 167 पन्ने का फैसला
राम रहीम ने कोर्ट में दिए बयान में अपनी ही मर्दानगी पर सवाल खड़े किए थे।
राम रहीम ने कोर्ट में दिए बयान में अपनी ही मर्दानगी पर सवाल खड़े किए थे।
जेल जाने से बचने के लिए बाबा राम रहीम ने एक शातिर चली। 25 अगस्त को पंचकूला की सीबीआई कोर्ट में राम रहीम ने खुद को नपुंसक बता दिया । 167 पन्नों के आदेश में हैं राम रहीम को सीबीआई कोर्ट ने दोषी करार दिया था। राम रहीम ने कोर्ट में दिए बयान में अपनी ही मर्दानगी पर सवाल खड़े किए थे। राम रहीम ने कहा था कि मैंने कभी भी किसी का रेप नहीं किया । 1990 से मैं किसी के साथ सेक्स करने के लिए ना तो मेडिकली फिट हूं और ना ही फिजिकली। मैं नपुंसक हो गया हूं।
राम रहीम ने खुद को नपुंसक बताते हुए उस पर लगे रेप के आरोपों को हटाने की मांग की थी ।नपुंसक होने का बहाना बनाकर वो अपने गुनाहों की सजा पाने से बचने की फिराक में था, लेकिन उसकी ये कोशिश बेकार हो गई। अदालत ने उसके दावे को खारिज कर दिया।
राम रहीम के गवाह ने कहा था कि उसकी दो बेटियां है इसलिए उनका दावा बेबुनियाद है। डेरा हॉस्टल की दो वॉर्डन ने बताया था कि राम रहीम की दो बेटियां 1999 से डेरा हॉस्टल में रह रही हैं। इससे आरोपी नपुंसक साबित नहीं होता है। दो बेटी होने से पता चलता है कि आरोपी के दावे में कोई भी सच्चाई नहीं है।
एक और बात पता चली है। कोर्ट के सामने खुद को नपुंसक कहने वाला राम रहीम साध्वियों को पहले ब्लैकमेल करता था ।इसके लिए डेरा में साध्वियों को उनके लव लेटर मिलने की बात कहकर डराया जाता था । इसके लिए राम रहीम से माफी मांगने की बात कही जाती थी ।जिसके बाद साध्वी को माफीनामे के लिए गुफा में भेजा जाता था। 15-20 दिन की नाइट शिफ्ट लगाई जाती थी। इस बीच राम रहीम साध्वियों के साथ गुफा में बलात्कार करता था। साध्वी रोती-बिलखती गुफा से बाहर निकलती थीं।